यह उत्पाद आम तौर पर वनस्पति अवयवों के मिश्रण से तैयार किया जाता है। इनमें अक्सर उशीर, नेत्रबाला, कमल, गम्भरीचल, नीलोत्पला, प्रियंगु पद्मकाष्टा, लोध्रा, मंजिष्ठा और जवासा जैसी जड़ी-बूटियाँ शामिल होती हैं। अन्य सामान्य घटकों में पाठा, चिरैता, कचूरा, पिटापारा, कंछार चाल, मोचरस, मुनक्का और धातकी पुष्प शामिल हो सकते हैं, जिन्हें अक्सर गुड़ के साथ मिलाया जाता है।

उत्पाद विनिर्देश
उत्पाद लाभ
बैद्यनाथ उशीरसव के संभावित लाभों में जलन कम करना, स्वस्थ रक्त प्रवाह को बढ़ावा देना और रक्त शुद्ध करना शामिल है। यह सूजन और जलन को कम करने में मदद कर सकता है, खासकर गठिया जैसी स्थितियों में। यह पित्त दोष को संतुलित करने में भी मदद करता है, जो शरीर की अत्यधिक गर्मी से जुड़ा होता है, और यकृत और गुर्दे की सुरक्षा में भी मदद कर सकता है। नियमित उपयोग समग्र जीवन शक्ति और स्वास्थ्य में योगदान दे सकता है।
उत्पाद के विशिष्ट उपयोग
इस उत्पाद का पारंपरिक रूप से नाक से खून आना (एपिस्टेक्सिस), मलाशय से खून आना, अत्यधिक मासिक धर्म रक्तस्राव (मेनोरेजिया), और मूत्र में रक्त (हेमट्यूरिया) जैसे रक्तस्राव विकारों के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। इसका उपयोग मूत्र मार्ग संबंधी समस्याओं जैसे पेशाब में जलन (दर्दनाक पेशाब) और यूटीआई (मूत्र मार्ग में संक्रमण) में भी किया जाता है। इसके अतिरिक्त, इसका उपयोग त्वचा के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने, एनीमिया को नियंत्रित करने और बवासीर तथा आंतों के कीड़ों जैसी समस्याओं के इलाज के लिए भी किया जाता है।
महत्वपूर्ण सूचना
Ingredients:
Directions/Dosage:
बैद्यनाथ उशीरसव के उपयोग के संबंध में, आमतौर पर इसे भोजन के बाद लेने की सलाह दी जाती है। किसी स्वास्थ्य सेवा पेशेवर या उत्पाद लेबल द्वारा दी गई सिफारिशों का पालन करना महत्वपूर्ण है। इस उत्पाद का उपयोग करने से पहले हमेशा किसी स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श लें, खासकर यदि आप गर्भवती हैं, स्तनपान करा रही हैं, या कोई अन्य दवा ले रही हैं।