बैद्यनाथ तुवरक (चालमुंगरा) तेल में मुख्य रूप से तुवरक (चालमोगरा) तेल (हाइडनोकार्पस लॉरिफोलिया) शामिल है। अन्य संभावित सामग्रियों में हरिद्रा (हल्दी), नीम (एजादिराच्टा इंडिका), मंजिष्ठा (रूबिया कॉर्डिफोलिया), और करंज (पोंगामिया पिन्नाटा) शामिल हो सकते हैं। इन सामग्रियों को पारंपरिक रूप से त्वचा संबंधी समस्याओं के उपचार में उनके लाभकारी गुणों के लिए चुना जाता है।

उत्पाद विनिर्देश
उत्पाद लाभ
बैद्यनाथ तुवरक (चालमुंगरा) तेल के संभावित लाभों में त्वचा की सूजन, खुजली और चकत्ते को कम करने, घावों को तेज़ी से भरने और समग्र त्वचा स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करना शामिल है। ऐसा माना जाता है कि यह फंगल संक्रमण को नियंत्रित करने और त्वचा को साफ़ करने में मदद करता है।
उत्पाद के विशिष्ट उपयोग
इस तेल का पारंपरिक रूप से विभिन्न त्वचा रोगों जैसे कुष्ठ रोग, एक्ज़िमा, सोरायसिस, फोड़े-फुंसी, चकत्ते और अन्य परिगलित त्वचा रोगों के प्रबंधन में उपयोग किया जाता है। इसका उपयोग त्वचा की सूजन और खुजली को कम करने में भी किया जाता है। कुछ सूत्र तपेदिक से लड़ने में भी लाभकारी हो सकते हैं।
महत्वपूर्ण सूचना
Ingredients:
Directions/Dosage:
यह उत्पाद आमतौर पर केवल बाहरी उपयोग के लिए है। व्यापक उपयोग से पहले पैच टेस्ट करना और आँखों, खुले घावों और संवेदनशील क्षेत्रों के संपर्क से बचना ज़रूरी है। किसी भी विशिष्ट समस्या के लिए हमेशा किसी योग्य स्वास्थ्य सेवा प्रदाता या आयुर्वेदिक चिकित्सक के मार्गदर्शन का पालन करें।