बैद्यनाथ तारकेश्वर रस में मुख्य सामग्री में रस सिन्दुरा (पारे का लाल सल्फाइड), शुद्ध गंधक (शुद्ध गंधक), अभ्रक भस्म (अभ्रक भस्म) और लौह भस्म (लौह भस्म) शामिल हैं। अन्य घटकों में आमतौर पर वंग भस्म (स्तन भस्म) और शहद शामिल हैं, जो जैव-वर्धक के रूप में कार्य करता है। इन सामग्रियों को पारंपरिक आयुर्वेदिक विधियों के अनुसार सावधानीपूर्वक संसाधित किया जाता है।


उत्पाद विनिर्देश
उत्पाद लाभ
बैद्यनाथ तारकेश्वर रस के लाभों में मूत्राशय को मज़बूत करना और मूत्र प्रवाह में सुधार करके पेशाब की आवृत्ति कम करना शामिल है। यह एक टॉनिक के रूप में कार्य करता है, समग्र ऊर्जा स्तर और जीवन शक्ति को बढ़ाता है और समग्र स्वास्थ्य के लिए वात और पित्त दोषों को संतुलित करता है। इसके अतिरिक्त, यह वीर्य की गुणवत्ता में सुधार करके और नपुंसकता तथा वीर्य विकारों जैसी समस्याओं का समाधान करके पुरुष प्रजनन स्वास्थ्य में सहायक होता है।
उत्पाद के विशिष्ट उपयोग
बैद्यनाथ तारकेश्वर रस का उपयोग मुख्य रूप से बार-बार पेशाब आने (जिसे बहुमूत्रता भी कहते हैं) और दर्दनाक पेशाब (डिसुरिया) के उपचार में किया जाता है। यह मूत्राशय की कमज़ोरी और थकान व शारीरिक कमज़ोरी जैसी मूत्र संबंधी समस्याओं से उत्पन्न जटिलताओं के लिए भी उपयुक्त है। इसके अलावा, यह एक टॉनिक है जो वीर्य की गुणवत्ता में सुधार करके और तंत्रिका कमज़ोरी के कारण होने वाली नपुंसकता को दूर करके पुरुष यौन विकारों में सहायक है।
महत्वपूर्ण सूचना
Ingredients:
Directions/Dosage:
बैद्यनाथ तारकेश्वर रस आमतौर पर शहद या गर्म पानी के साथ दिया जाता है, और सेवन की विधि अलग-अलग हो सकती है। उचित उपयोग के लिए किसी योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक के मार्गदर्शन का पालन करना महत्वपूर्ण है।