बैद्यनाथ तालीसादि चूर्ण में आमतौर पर तालीसपत्र (भारतीय रजत देवदार), मारीच (काली मिर्च), शुंथि (अदरक), पिप्पली (लंबी काली मिर्च), वंश लोचन (बांस मन्ना), त्वक (दालचीनी), सुक्समैला (इलायची), और मिश्री (रॉक शुगर) शामिल हैं। इन सामग्रियों को पारंपरिक रूप से विशिष्ट अनुपात में संयोजित किया जाता है।


उत्पाद विनिर्देश
उत्पाद लाभ
बैद्यनाथ तालीसादि चूर्ण के संभावित लाभों में बलगम को साफ़ करके और साँस लेने में आसानी करके श्वसन स्वास्थ्य को बढ़ावा देना शामिल है। यह पाचन अग्नि को उत्तेजित करके और पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाकर पाचन में सुधार करने में भी सहायक माना जाता है। इसके अलावा, यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत करने और सूजन को कम करने में भी मदद कर सकता है।
उत्पाद के विशिष्ट उपयोग
इस उत्पाद का पारंपरिक रूप से खांसी, जुकाम, अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी श्वसन संबंधी समस्याओं से राहत पाने के लिए उपयोग किया जाता है। यह गले की खराश और नाक की जकड़न को दूर करने में भी मदद करता है। इसके अतिरिक्त, यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और अपच, पेट फूलना और भूख न लगना जैसी समस्याओं में भी मदद करता है।
महत्वपूर्ण सूचना
Ingredients:
Directions/Dosage:
बैद्यनाथ तालीसादि चूर्ण का पारंपरिक उपयोग भिन्न हो सकता है। अपनी विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुसार उपयुक्त उपयोग निर्धारित करने के लिए किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक या स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श करना हमेशा उचित होता है।