इस पारंपरिक फॉर्मूलेशन में शुद्ध पारा (शुद्ध पारद), शुद्ध सल्फर (शुद्ध गंधक), एकोनाइट (शुद्ध वत्सनाभ), बोरेक्स (टंकन भस्म), और तांबा (ताम्र भस्म) जैसे तत्व शामिल हैं। इसमें अदरक (सोंठ), काली मिर्च (काली मिर्च), लंबी काली मिर्च (पिप्पली), दालचीनी (दालचीनी), और इलायची (इलायची) जैसी जड़ी-बूटियों का मिश्रण भी शामिल है। फॉर्मूलेशन के कुछ बदलावों में सोना (स्वर्ण भस्म) शामिल हो सकता है।



उत्पाद विनिर्देश
उत्पाद लाभ
सूतशेखर रस के लाभों में एसिडिटी, अपच और पेट फूलने के लक्षणों से राहत दिलाना और समग्र पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाना शामिल है। यह मतली, उल्टी, पेट दर्द और पेट व सीने में जलन को कम करने में भी मदद कर सकता है। इसके अतिरिक्त, यह विषहरण में सहायक, पित्त दोष को संतुलित करने और सिरदर्द व माइग्रेन को नियंत्रित करने में सहायक माना जाता है।
उत्पाद के विशिष्ट उपयोग
बैद्यनाथ सूतशेखर रस का उपयोग अति अम्लता, अपच, सीने में जलन और गैस्ट्राइटिस से जुड़े लक्षणों के उपचार में किया जाता है। पारंपरिक रूप से इसका उपयोग मतली, उल्टी, सिरदर्द और कुछ यकृत संबंधी समस्याओं के लिए भी किया जाता है।
महत्वपूर्ण सूचना
Ingredients:
Directions/Dosage:
बैद्यनाथ सूतशेखर रस का प्रयोग केवल आयुर्वेदिक चिकित्सक की सख्त निगरानी में ही किया जाना चाहिए, खासकर इसमें भारी धातु के तत्व होने के कारण। आमतौर पर इस औषधि को शहद या घी के साथ या चिकित्सक की सलाह के अनुसार लेने की सलाह दी जाती है।