बैद्यनाथ स्मृतिसागर रस के प्रमुख घटकों में शुद्ध खनिज और धातुएँ शामिल हैं, जैसे शुद्ध पारद (शुद्ध पारा), शुद्ध गंधक (शुद्ध गंधक), शुद्ध हरताल (शुद्ध हर्पीज), मनशिला (शुद्ध रियलगर), और ताम्र भस्म (तांबा कैल्क्स)। इसमें वच (एकोरस कैलमस), ब्राह्मी (बाकोपा मोनिएरी), और कटभि (बाकोपा मोनिएरी) जैसी जड़ी-बूटियाँ भी शामिल हैं, जिन्हें पारंपरिक रूप से उनके संभावित तंत्रिका-सुरक्षात्मक और संज्ञानात्मक-वर्धक गुणों के लिए जाना जाता है।



उत्पाद विनिर्देश
उत्पाद लाभ
माना जाता है कि यह आयुर्वेदिक औषधि याददाश्त बढ़ाकर और तंत्रिका संबंधी विकारों से संबंधित लक्षणों को कम करके तंत्रिका स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करती है। यह ध्यान और एकाग्रता में सुधार, तनाव और चिंता को कम करने और समग्र मानसिक स्पष्टता और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में भी मदद कर सकती है। इसके अलावा, यह शरीर के त्रिदोषों (वात, पित्त और कफ) को संतुलित करने में भी मदद करती है, जिससे समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है।
उत्पाद के विशिष्ट उपयोग
बैद्यनाथ स्मृतिसागर रस का उपयोग मिर्गी के उपचार में किया जाता है, जिसमें बेहोशी और अस्थायी भ्रम जैसे संबंधित लक्षण भी शामिल हैं। इसका उपयोग तंत्रिका संबंधी रोगों, स्मृति हानि और तंत्रिकाविकृति के उपचार में भी किया जाता है।
महत्वपूर्ण सूचना
Ingredients:
Directions/Dosage:
इसमें मौजूद भारी धातु की मात्रा को देखते हुए, बैद्यनाथ स्मृतिसागर रस का उपयोग केवल एक योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक के सख्त मार्गदर्शन में ही किया जाना चाहिए। व्यक्ति की स्थिति और ज़रूरतों के आधार पर चिकित्सक द्वारा खुराक की विशिष्ट मात्रा और आवृत्ति निर्धारित की जाएगी।