बैद्यनाथ शंखपुष्पी तेल में मुख्य सामग्रियों में अक्सर शंखपुष्पी (कॉन्वोल्वुलस प्लुरिकौलिस), तिल तैला (तिल का तेल), मंजिष्ठा, हरिद्रा, दादिमा, देवदारु, हरीतकी, बिभीतकी, अमलाकी, चंदना, उसिरा, बलाका, स्वेता चंदना, यष्टि, मुस्ता, कृष्णा सारिवा, साईवाला, परिभद्र, कमला, रसंजना, महानिम्बा, वासा शामिल हैं। अर्जुन, कंजिका, लक्षा, और दधि।

उत्पाद विनिर्देश
उत्पाद लाभ
इसके संभावित लाभों में मस्तिष्क की शक्ति बढ़ाना, संज्ञानात्मक कार्यों में सुधार और मानसिक विश्राम में सहायता शामिल है। यह हड्डियों को मज़बूत बनाने, कैल्शियम चयापचय में सुधार और जोड़ों के लचीलेपन को बढ़ाने में भी मदद कर सकता है। कुछ उपयोगकर्ताओं ने याददाश्त और नींद की गुणवत्ता पर इसके सकारात्मक प्रभावों की सूचना दी है।
उत्पाद के विशिष्ट उपयोग
इस उत्पाद का उपयोग मुख्य रूप से याददाश्त, सीखने की क्षमता और एकाग्रता बढ़ाने के लिए किया जाता है, खासकर छात्रों या मानसिक थकान से जूझ रहे लोगों के लिए। यह मन को शांत करने, चिंता और तनाव को कम करने और नींद की गुणवत्ता में सुधार करने में भी मदद कर सकता है। कुछ स्रोतों में हड्डियों को मजबूत बनाने और रिकेट्स के इलाज के लिए इसके उपयोग का उल्लेख है।
महत्वपूर्ण सूचना
Ingredients:
Directions/Dosage:
पारंपरिक उपयोग के लिए, इस तेल से आमतौर पर खोपड़ी और बालों पर हल्के हाथों से मालिश की जाती है, खासकर रूखेपन, रूसी या पतले बालों वाले क्षेत्रों पर। कुछ स्रोतों में रिकेट्स जैसी बीमारियों के इलाज के लिए हड्डियों की मालिश के लिए इसके इस्तेमाल का उल्लेख है। किसी स्वास्थ्य सेवा पेशेवर के निर्देशों या उत्पाद की पैकेजिंग पर दिए गए निर्देशों का पालन करना ज़रूरी है।