रसराज रस में शामिल हैं - रस सिन्दूर, अभ्रक भस्म, सुवर्ण भस्म, मोती पिष्टी, प्रवाल भस्म/ पिष्टी, लौह भस्म, रौप्य भस्म, बंग भस्म, असगंध, लवंग, जावित्री, जयफल, काकोली

उत्पाद विनिर्देश
उत्पाद लाभ
यह जीवन शक्ति को बहाल करने, मानसिक स्पष्टता में सुधार लाने और हृदय व तंत्रिका तंत्र को मज़बूत बनाने में मदद करता है। यह रक्त संचार में सुधार, बढ़े हुए वात को शांत करने और कमज़ोर अंगों व ऊतकों को पुनर्जीवित करने में प्रभावी है।
उत्पाद के विशिष्ट उपयोग
इसका उपयोग मुख्य रूप से तंत्रिका संबंधी स्थितियों जैसे पक्षाघात (पक्षाघात), अर्दिता (चेहरे का पक्षाघात), चक्कर आना और कंपन के प्रबंधन के लिए किया जाता है। यह मूत्र संबंधी विकारों, यौन दुर्बलता, और उम्र बढ़ने व उच्च रक्तचाप से संबंधित जटिलताओं के उपचार में भी उपयोगी है।
महत्वपूर्ण सूचना
Ingredients:
Directions/Dosage:
250 मिलीग्राम - 500 मिलीग्राम दिन में एक या दो बार भोजन से पहले या बाद में या आयुर्वेदिक चिकित्सक के निर्देशानुसार लें। इसे आमतौर पर शहद और गिलोय के काढ़े के साथ दिया जाता है।