रस सिन्दूर, स्वर्ण भस्म, ताम्र भस्म, मनशिला, हरताल, टंकण गंधक।

उत्पाद विनिर्देश
उत्पाद लाभ
राजमृगांक रस श्वसन क्रिया को बेहतर बनाने और संक्रमणों से लड़ने में मदद कर सकता है। यह दोषों (वात, पित्त और कफ) को संतुलित करने में भी मदद करता है और सीने में जलन और पेट फूलने जैसी जठरांत्र संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में सहायक है।
उत्पाद के विशिष्ट उपयोग
इसका उपयोग अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, तपेदिक और पुरानी खांसी जैसी श्वसन संबंधी बीमारियों के प्रबंधन में किया जाता है। इसके अतिरिक्त, इसका उपयोग पेट फूलना, अपच, कब्ज और पेट की परेशानी जैसी पाचन संबंधी समस्याओं के लिए भी किया जा सकता है।
महत्वपूर्ण सूचना
Ingredients:
Directions/Dosage:
बैद्यनाथ सितोपलादि चूर्ण के साथ 100 मिलीग्राम से 200 मिलीग्राम दिन में दो बार।