बैद्यनाथ पुनर्नवाडी मंडूर में मुख्य सामग्रियों में मंडूर भस्म (लौह राख), पुनर्नवा (बोरहविया डिफ्यूसा), और त्रिकटु (काली मिर्च, लंबी मिर्च और अदरक का मिश्रण) शामिल हैं। इसमें निशोथ (ऑपरकुलिना टर्पेथम), विडंग (एम्बेलिया रिब्स), देवदार (सेड्रस देवदारा), चित्रकमूल (प्लम्बैगो ज़ेलेनिका), पुष्कर मूल (इनुला रेसमोसा), कुटकी (पिक्रोरिजा कुरोआ), हरिद्रा (करकुमा लोंगा), त्रिफला और नागरमोथा (साइपरस रोटंडस) भी शामिल हैं। इन सामग्रियों को गौ-मूत्र (गाय के मूत्र) में संसाधित किया जाता है।

उत्पाद विनिर्देश
उत्पाद लाभ
यह सूत्रीकरण हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाकर और आयरन के अवशोषण में सुधार करके आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया को दूर करने में मदद करता है। यह मूत्रवर्धक के रूप में भी कार्य करता है, जिससे सूजन और द्रव संचय को कम करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा, बैद्यनाथ पुनर्नवादी मंडूर यकृत और गुर्दे के कार्य को बढ़ावा देता है, जिससे रक्त से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद मिल सकती है।
उत्पाद के विशिष्ट उपयोग
बैद्यनाथ पुनर्नवादी मंडूर का उपयोग मुख्य रूप से एनीमिया और उससे जुड़े लक्षणों जैसे कमजोरी और थकान के प्रबंधन में किया जाता है। यह सूजन, सूजन, द्रव प्रतिधारण और पेट फूलने जैसी स्थितियों के लिए भी संकेतित है। इसके अतिरिक्त, इस फॉर्मूलेशन का पारंपरिक रूप से यकृत और प्लीहा विकारों के साथ-साथ बवासीर के इलाज के लिए भी उपयोग किया जाता है।
महत्वपूर्ण सूचना
Ingredients:
Directions/Dosage:
बैद्यनाथ पुनर्नवादी मंडूर को विभिन्न सहायक औषधियों जैसे पुनर्नवासावा, कुमारी आसव, घी, छाछ या गुनगुने पानी के साथ लिया जा सकता है। इस उत्पाद के उचित उपयोग के लिए किसी योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करना आवश्यक है।