महायोगराज गुग्गुलु में प्राथमिक सामग्री में आम तौर पर शुद्ध गुग्गुलु, त्रिफला पाउडर का मिश्रण, और विभिन्न जड़ी-बूटियाँ जैसे सूखे अदरक, पिप्पली, चव्य, चित्रक, हिंग और अजमोद शामिल हैं। इसमें कई खनिज तैयारियाँ (भस्म) भी शामिल हैं, जिनमें रजत (रजत) भस्म, वंग भस्म, नागा भस्म, लौह (लौह) भस्म, अभ्रक (अभ्रक) भस्म, मंडूर भस्म और रस सिन्दूर शामिल हो सकते हैं। सूत्रीकरण के कुछ रूपों में स्वर्ण (सोना) भस्म शामिल हो सकता है, जिसके बारे में माना जाता है कि यह इसकी शक्ति को बढ़ाता है।

उत्पाद विनिर्देश
उत्पाद लाभ
यह आयुर्वेदिक औषधि जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द से राहत, सूजन कम करने और शरीर में विषहरण प्रक्रियाओं में सहायता सहित कई संभावित लाभ प्रदान करती है। यह जोड़ों के कार्य और गतिशीलता में सुधार करने में भी मदद कर सकती है, जिससे जोड़ों में बेहतर रक्त संचार और पोषक तत्वों की आपूर्ति में मदद मिल सकती है। इसके अतिरिक्त, यह वात असंतुलन को नियंत्रित करने, लचीलेपन को बढ़ावा देने और गतिशीलता को आसान बनाने में भी योगदान दे सकती है।
उत्पाद के विशिष्ट उपयोग
महायोगराज गुग्गुलु का उपयोग आमतौर पर पुराने वात विकारों के प्रबंधन के लिए किया जाता है जो मस्कुलोस्केलेटल और तंत्रिका तंत्र को प्रभावित कर सकते हैं। इसे गठिया, साइटिका, जोड़ों के दर्द और लिगामेंट संबंधी समस्याओं जैसी स्थितियों के लिए सुझाया जा सकता है। यह सूत्रीकरण बढ़े हुए वात दोष से जुड़े जोड़ों की अकड़न, मांसपेशियों में दर्द और तंत्रिका संबंधी असुविधा जैसे लक्षणों को दूर करने में मदद कर सकता है।
महत्वपूर्ण सूचना
Ingredients:
Directions/Dosage:
इस उत्पाद का उपयोग किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक द्वारा निर्धारित किया जाना चाहिए। इस तरह की आयुर्वेदिक दवाओं को भोजन के बाद पानी के साथ लेना आम बात है। व्यक्तिगत आवश्यकताओं और स्वास्थ्य स्थितियों के आधार पर इस उत्पाद के उपयोग के बारे में व्यक्तिगत सुझावों के लिए हमेशा किसी योग्य स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श लें।