शुद्ध कज्जली, आग के पत्ते, बहेड़ा छिलका, हरड़ बड़ी [हरीतकी], मिरच काली, पीपल, सौंठ, निम्बू रस, अदरक (अद्रक), संभलु/निर्गुंडी, भृंगराज सुखा, आवला काली, पुष्कर मूल, चित्रक मूल, शुद्ध वत्सनाभ, मिरच काली, सौंठ, पीपल, टंकण भस्म, अभ्रक भस्म (आरएम), ताम्र भस्म, लौह भस्म (आरएम), वंगा भस्म, नाग भस्म




उत्पाद विनिर्देश
महत्वपूर्ण सूचना
Ingredients:
Directions/Dosage:
यह दवा आमतौर पर दिन में एक या दो बार ली जाती है, और इसकी आवृत्ति इस बात पर निर्भर करती है कि इसे भोजन से पहले लिया जाता है या बाद में। इसे अक्सर शहद, अदरक के रस, अरंडी के तेल या घी जैसे पदार्थों के साथ लेने की सलाह दी जाती है। स्व-चिकित्सा की सलाह नहीं दी जाती है, और दवा को बच्चों की पहुँच से दूर ठंडी, सूखी जगह पर रखना चाहिए। गर्भावस्था, स्तनपान और बच्चों में इस दवा से बचना आमतौर पर सबसे अच्छा होता है।