मुख्य सामग्रियों में कज्जली (शुद्ध पारा और गंधक का मिश्रण), टंकण भस्म (कैल्सीनेटेड बोरेक्स), त्रिकटु (अदरक, काली मिर्च और पीपल का मिश्रण), और धतूरे के बीज शामिल हैं। अन्य मिश्रणों में शुद्ध पारा, शुद्ध गंधक, विष (आयुर्वेदिक योगों में शुद्धिकरण के बाद इस्तेमाल किया जाने वाला एक प्रकार का विष), अदरक, काली मिर्च, पीपल, नींबू का रस और अदरक का रस जैसी सामग्रियाँ हो सकती हैं।




उत्पाद विनिर्देश
उत्पाद लाभ
बैद्यनाथ महाज्वरांकुश रस के संभावित लाभों में बुखार और उल्टी को कम करने के साथ-साथ मलेरिया से जुड़े लक्षणों को कम करने में सहायता करना शामिल है। ऐसा माना जाता है कि यह शरीर की प्राकृतिक उपचार प्रक्रिया और प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ावा देता है। आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों और खनिजों के संयोजन से, यह मौसमी बीमारियों को नियंत्रित करने और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है।
उत्पाद के विशिष्ट उपयोग
यह विभिन्न प्रकार के बुखार के लिए संकेतित है, जिनमें पुराने या रुक-रुक कर होने वाले बुखार भी शामिल हैं। इसका उपयोग उल्टी, मतली और सामान्य शरीर दर्द जैसे संबंधित लक्षणों में भी किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, इसका उपयोग कुछ व्यक्तियों में पाचन संबंधी समस्याओं और ठंड लगने की अनुभूति को दूर करने के लिए भी किया जा सकता है।
महत्वपूर्ण सूचना
Ingredients:
Directions/Dosage:
एक गोली दिन में दो, तीन या चार बार मधु (शहद) के साथ लें, या चिकित्सक के निर्देशानुसार लें। अधिक खुराक लेने से होने वाले संभावित दुष्प्रभावों के कारण इसे केवल सख्त चिकित्सकीय देखरेख में ही लेना चाहिए।