बैद्यनाथ लवणभास्कर चूर्ण के मुख्य अवयवों में आमतौर पर काला नमक (काला नमक), सेंधा नमक (सेंधा नमक), और समुद्र लवण (समुद्री नमक) जैसे विभिन्न नमक शामिल होते हैं। इसमें धनिया (धनिया), पिप्पली (लंबी काली मिर्च), सोंठ (अदरक), कालीमिर्च (काली मिर्च), जीरा (जीरा), दालचीनी (दालचीनी), इलाइची (इलायची), तेजपत्ता (तेज पत्ता), नागकेसर (मेसुआ फेरिया) और अन्य जड़ी-बूटियाँ भी शामिल हैं। पाचन स्वास्थ्य का समर्थन करने के उद्देश्य से एक हर्बल मिश्रण बनाने के लिए इन घटकों को संयोजित किया जाता है।




उत्पाद विनिर्देश
उत्पाद लाभ
बैद्यनाथ लवणभास्कर चूर्ण कई लाभ प्रदान कर सकता है, जैसे कि उचित पाचन को बढ़ावा देना और संभावित रूप से पेट फूलने और गैस से राहत दिलाना। यह पेट के अतिरिक्त एसिड को बेअसर करने में मदद कर सकता है, जिससे सीने में जलन और एसिडिटी से राहत मिल सकती है, साथ ही भूख बढ़ाने और पोषक तत्वों के अवशोषण में भी मदद मिल सकती है। इसके अलावा, यह कब्ज को नियंत्रित करने और भारी भोजन के बाद होने वाली बेचैनी से राहत दिलाने में भी मदद कर सकता है।
उत्पाद के विशिष्ट उपयोग
इस चूर्ण का उपयोग आमतौर पर अपच, पेट फूलना, एसिडिटी और भूख न लगना जैसी गैस्ट्रिक समस्याओं के इलाज में किया जाता है। यह पेट की परेशानी को कम करने, स्वस्थ मल त्याग को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है, और धीमी पाचन क्रिया या कम भूख वाले लोगों के लिए भी उपयुक्त हो सकता है। इसका उपयोग इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) और कब्ज जैसी स्थितियों के प्रबंधन में भी किया जा सकता है।
महत्वपूर्ण सूचना
Ingredients:
Directions/Dosage:
अक्सर भोजन के बाद इस उत्पाद को पानी या छाछ के साथ लेने की सलाह दी जाती है, लेकिन विशिष्ट निर्देशों का पालन करना ज़रूरी है। उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों को इसमें मौजूद नमक की मात्रा के कारण इस चूर्ण का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।