इसमें कासीस (फेरस सल्फेट), कलिहारीमूल (ग्लोरियोसा सुपरबा), सुंटा पीपल (अदरक और पिप्पली), सेंधा नमक (सेंधा नमक), और मनशिला कनेरमूल (रियलगर और नेरियम इंडिकम) सहित कई सामग्रियों का मिश्रण है। अन्य सामग्रियों में दंती मूल, थूहर पंचांग, गौमूत्र और तिल के तेल का मिश्रण शामिल हो सकता है।

उत्पाद विनिर्देश
उत्पाद लाभ
बैद्यनाथ काशीसादि तेल के संभावित लाभों में बवासीर के आकार को कम करना और बवासीर से जुड़े दर्द और रक्तस्राव से राहत प्रदान करना शामिल है। यह खुजली को कम करने में भी मदद करता है और इसमें एंटीसेप्टिक और कीटाणुनाशक गुण होते हैं, जो घाव भरने में सहायक होते हैं। इसके अतिरिक्त, यह गुदा विदर को ठीक करने में मदद करता है, गुदा क्षेत्र में दर्द और जलन को कम करता है।
उत्पाद के विशिष्ट उपयोग
यह तेल विशेष रूप से बाहरी बवासीर और गुदा विदर से जुड़े दर्द, सूजन और खुजली से प्रभावी राहत प्रदान करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह मलाशय की सूजन और जलन को कम करने, घाव भरने में मदद करने और रक्तस्राव को कम करने में मदद करता है। इसे कॉर्न्स और मस्सों पर भी तब तक लगाया जा सकता है जब तक वे नरम होकर गिर न जाएँ।
महत्वपूर्ण सूचना
Ingredients:
Directions/Dosage:
बाहरी उपयोग के लिए, आमतौर पर प्रभावित जगह पर तेल लगाने की सलाह दी जाती है। लेबल को ध्यान से पढ़ना और निर्देशों का पालन करना या किसी चिकित्सक से परामर्श करना महत्वपूर्ण है।