बैद्यनाथ कंकायण बटी (अर्श) की प्रमुख सामग्री में हरीतकी, पिप्पली, काली मिर्च, चव्य, चित्रक मूला, सोंठ, शुद्ध भिलावा और जिमीकंद शामिल हो सकते हैं। अन्य संभावित सामग्रियों में यवक्षार और गुड शामिल हैं। इन जड़ी-बूटियों के बारीक पाउडर को पारंपरिक रूप से निम्बू (नींबू) के रस के साथ मिलाया जाता है और गोलियों में बनाया जाता है।

उत्पाद विनिर्देश
उत्पाद लाभ
पारंपरिक रूप से माना जाता है कि यह आयुर्वेदिक औषधि बवासीर के दबाव और आकार को कम करने में मदद करती है, और कई महीनों तक लगातार इस्तेमाल करने से बवासीर से राहत मिल सकती है। यह पाचन शक्ति को बढ़ाने, पेट की समस्याओं को दूर करने और मल त्याग को सुचारू बनाने में भी मदद करती है, जिससे कब्ज से राहत मिल सकती है। इसके अलावा, आयुर्वेदिक ग्रंथों में इसके घटकों को जीवाणुरोधी, प्रतिरक्षा-संशोधक, एंटीऑक्सीडेंट, रक्त शोधक और घाव भरने वाले गुणों का श्रेय दिया गया है।
उत्पाद के विशिष्ट उपयोग
बैद्यनाथ कंकायण बटी (अर्श) का पारंपरिक रूप से बवासीर के उपचार में उपयोग किया जाता है, जिसमें इस स्थिति से जुड़ी सूजन, बेचैनी और कब्ज को दूर करना शामिल है। पारंपरिक उपयोगों के आधार पर, इसका उपयोग पेट की समस्याओं जैसे कि आंतों के कीड़े और सूजन के उपचार में भी किया जा सकता है। इसके अलावा, कुछ पारंपरिक ग्रंथों के अनुसार, यह कम पाचन अग्नि, कम भूख और कुछ हृदय संबंधी समस्याओं के लिए संकेतित है।
महत्वपूर्ण सूचना
Ingredients:
Directions/Dosage:
बैद्यनाथ कंकायण बटी (अर्श) का उपयोग किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक के निर्देशानुसार ही करें। खूनी बवासीर के मामलों में, पारंपरिक चिकित्सा में इसे गुलकंद के साथ लेने की सलाह दी जाती है।