बैद्यनाथ गोक्षुरादि काढ़ा में आमतौर पर पाए जाने वाले प्रमुख वानस्पतिक घटकों में गोक्षुरा, पुनर्नवा और वरुण छल शामिल हैं। अतिरिक्त हर्बल सामग्रियां जो मौजूद हो सकती हैं वे हैं धायफूल, पिप्पल, मारीच और शुंठी। फॉर्मूलेशन में चीनी, काढ़ा बेस और आवश्यक संरक्षक और सहायक पदार्थ भी शामिल हो सकते हैं।

उत्पाद विनिर्देश
उत्पाद लाभ
बैद्यनाथ गोक्षुरादि काढ़े के लाभों में गुर्दे की कार्यप्रणाली में सुधार, सूजन कम करने और मूत्र पथरी को प्राकृतिक रूप से बाहर निकालने में सहायता करना शामिल हो सकता है। यह स्वस्थ मूत्र प्रवाह को बढ़ावा देने, पेशाब के दौरान असुविधा को कम करने और कब्ज व सूजन जैसी पाचन समस्याओं को कम करने में भी सहायक है। इसके अलावा, यह सूत्रीकरण शरीर की प्राकृतिक विषहरण प्रक्रियाओं में भी सहायक माना जाता है।
उत्पाद के विशिष्ट उपयोग
यह काढ़ा मुख्य रूप से मूत्र पथ की विभिन्न समस्याओं को दूर करने के लिए उपयोग किया जाता है, जिसमें पेशाब के दौरान असुविधा, बार-बार या कम पेशाब आना, और मूत्र की विशेषताओं में बदलाव शामिल हैं। यह गुर्दे की पथरी और मूत्र प्रणाली के अन्य असंतुलनों के प्रबंधन में भी सहायक है।
महत्वपूर्ण सूचना
Ingredients:
Directions/Dosage:
इसे आमतौर पर पानी में मिलाकर पिया जाता है। आमतौर पर इसे दिन में दो बार भोजन के बाद या किसी स्वास्थ्य सेवा पेशेवर की सलाह के अनुसार लेने की सलाह दी जाती है। बैद्यनाथ नागपुर के अनुसार, इस काढ़े को चिकित्सकीय देखरेख में लेने की सलाह दी जाती है।