मुख्य सामग्रियों में कज्जली (शुद्ध पारा और गंधक यौगिक), अभ्रक (अभ्रक भस्म), अतीस (एकोनिटम हेटरोफिलम), लोध्र (सिम्प्लोकोस रेसमोसा), और बेलगिरी धाय (एगल मार्मेलोस) का फूल शामिल हैं। ये सामग्रियाँ आंत के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए सहक्रियात्मक रूप से काम करती हैं।

उत्पाद विनिर्देश
उत्पाद लाभ
गंगाधर रस अत्यधिक मल त्याग को नियंत्रित करके और पेट की परेशानी से राहत देकर पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। यह भूख को बहाल करने में मदद करता है और पेट फूलने और जठरांत्र संबंधी जलन के लक्षणों को कम करता है।
उत्पाद के विशिष्ट उपयोग
यह विशेष रूप से पेचिश, दस्त, पेट फूलना और भूख न लगना जैसी स्थितियों के लिए उपयुक्त है। यह दवा अपने कसैले और पाचक गुणों से आंतों की गड़बड़ी को नियंत्रित करने में मदद करती है।
महत्वपूर्ण सूचना
Ingredients:
Directions/Dosage:
अनुशंसित खुराक 2 से 3 गोलियाँ, दिन में दो बार पानी के साथ है। इसे केवल सख्त चिकित्सकीय देखरेख में ही लेना चाहिए, खासकर इसमें मौजूद खनिज तत्वों के कारण।